इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में शनिवार रात जमकर बम बरसाए हैं. इस दौरान आसमान में आग की लपटे और धुएं का गुबार उठता दिखाई दिया. स्थानीय मीडिया के मुताबिक इजरायली विमानों ने हिज्बुल्लाह के वित्तीय केंद्रों को निशाना बनाया. इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं 23 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
इजरायली हमले में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है. इजरायल ने राजधानी बेरूत के साथ-साथ उतरी और दक्षिण लेबनान में भी हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमले किए. एक वालंटियर वालिद अल-हशाश ने बताया कि ये इलाका रिहायशी है. यहां इमारतें एक-दूसरे से सटी हुई हैं. गलियां संकरी हैं. ऐसी स्थिति राहत और बचाव कार्य चुनौतीपूर्ण है.
पिछले साल अक्टूबर में इजरायल पर हुए हमास के हमले के बाद से ही हिज्बुल्लाह के साथ टकराव जारी है. इजरायल के हमले में अबतक 3500 से ज्यादा लेबनानी मारे जा चुके हैं, जबकि 20 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं. इसमें से 8 लाख बच्चे और महिलाएं हैं. वहीं लेबनान के हिजु्बल्लाह के हमले में इजरायल के करीब 90 सैनिक मारे गए हैं.
उधर, गाजा में बंधक बनाए गए इजरायली नागरिकों की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा. शनिवार को एक बार फिर हजारों प्रदर्शनकारी तेल अवीव की सड़कों पर उतर आए और इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए गाजा में बमबारी रोकने और हमास से तुरंत समझौते की मांग की है. ये प्रदर्शन लगातार तेज हो रहा है.
तेल अवीव की सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से इस्तीफा भी मांगा है. देश में आम चुनाव कराए जाने की भी मांग की है. प्रदर्शनकारियों का दावा है कि पीएम नेतन्याहू बंधकों को छुड़ाने में अबतक असमर्थन रहे हैं. ऐसे में उन्हे पद छोड़ देना चाहिए. हमास ने इजरायल पर हमला कर 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया था.
वहीं, पीएम नेतन्याहू ने हर एक बंधक के लिए 50 लाख डॉलर (करीब 38 करोड़ रुपए) का इनाम देने का वादा किया है. उन्होंने कहा, ''मैं उन लोगों से भी कहता हूं जो इस चक्रव्यूह से बाहर निकलना चाहते हैं, जो कोई भी हमें बंधक लाएगा, उसके परिवार को बाहर निकलने का सुरक्षित रास्ता दिया जाएगा. हम प्रत्येक बंधक के लिए 5 मिलियन डॉलर इनाम देंगे.''
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.